zaterdag 9 oktober 2010

शांति के दुश्मन . शांति के वाहक अब्दुल्ला बुखारी , मुलायम सिंह



शांति के दुश्मन . शांति के वाहक अब्दुल्ला बुखारी , मुलायम सिंह

अभी बहुत दिनों की बात नहीं जब पुत्र वाद के हिमायती मुलायम सिंह तथा पुत्र वाद के उपज अब्द्दुला बुखारी दोनों नयायालय की बात अनने की कश्मे खाते फिरते थे । लोगो को न्यायालय की बात भी मानाने की बिन मागी सलाह देते फिरते थे अपने को शांति का दूत कहते तह आज उन्ही के कर्मो से उनको अशांति कके वाहक शांति के दुश्मन जनता कहने लगी ।



आज इनका चेहरा जिस पर ये मुकौता लगाये घुमाते थे सब को दिखाई पर गया । आज इनकी राजनीती जो लगभग दम तोर चुकी है उसको अयोध्या में आग लगा कर उसको जिन्दा करना चाहते है । लेकिन अब भारत की अंत जाग चुकी है जात के नाम पर मुलायम की राजनिति मर गयी । बुखारी जेसे लोगो को मुस्लिम जनता जान गयी आज एसे ही लोगो के कारन दुनिया हर कोने में इस्लाम बदनाम हो गया । इस्लाम खतरे में है ये नारा अब नहीं चलेगा दुनिया किसी भी कोने में । एसे नारे देने वाले ने केवल अपने परिवार पानी कुर्सी की चांटा में मुसलमानों को लुटते रहे इनका भी मुखौटा उतर गया । आज इनके नरो में दम नहीं रहा जनता कोई बात नहीं करती इन लोगो के बारे में । इनकी च्त्पतःत साफ इनके वक्तव्यों में दिखाई पार्टी है



देखो इनके चेहरे कितने साफ है ।



पुत्रवाद की उपज अब्दुल्ला बुखारी


पुत्रवादी मुलायम सिंह

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