vrijdag 22 oktober 2010

शोर से इतनी परेशानी है तो अजान पर रोक लगाओ-शिव सेना


शोर से इतनी परेशानी है तो अजान पर रोक लगाओ-शिव सेना
दशहारा रैली में ज्यादा शोर करने के खिलाफ शिव सेना पर केस दर्ज किया गया है।इससे बौखलाये सेना ने काफी विवादस्पद एवं तीखीप्रतिक्रिया जारी की है।

पार्टी के मुख्यपत्र सामना में लिखा है कि मस्जिदों में अजान देने के लिए लगे लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जाता है। शिवसेना ने लिखा है कि हर दिन सुबह होने से पहले मस्जिदों में अजान दी जाती है, जिससे लोगों की नींद खराब हो जाती है।

इसमें बच्चे और बीमार भी शामिल होते हैं। शिवसेना ने लिखा कि मस्जिदों में रोज होने वाली अजान से बच्चों की पढ़ाई में बाधा होती है और बीमारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस तरह के शोर को प्रदूषण क्यों नहीं कहा जाता। ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाने वाली सुमैरा अब्दुल अली मस्जिदों की अजान से होने वाले प्रदूषण के खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठा रही हैं।

सुमैरा के ध्वनि प्रदूषण विरोधी अभियान को ड्रामा करार देते हुए शिवसेना ने लिखा की ऐसे लोग सिर्फ सेना के शेर की आवाज को बंद करना चाहते हैं जो मराठी, हिंदू और हिंदुत्व के लिए दहाड़ता है। संपादकीय में शिवसेना ने कहा है कि वो कानून का पूरा-पूरा सम्मान करती है लेकिन कानून भी ठोस कारणों पर आधारित होना चाहिए और उसे भी हमारी भावना को समझना चाहिए।

इससे पहले शिवसेना मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक परिधान बुर्के पर पाबंदी की भी मांग कर चुकी है। हाल ही में शिवसेना ने मुंबई यूनिवर्सिटी के इंग्लिश सिलेबस में लागू रोहिंटन मिस्त्री की किताब का विरोध किया था जिसके बाद उसे हटा लिया गया था।

Geen opmerkingen:

Een reactie posten