donderdag 21 oktober 2010

मैं भारत हूँ

मैं भारत हूँ
मैं कभी थका नहीं सच बोलने से
हाँ ये भी सच है , सच के नाम पर
मेरे पुत्रो ने अत्याचार नहीं किया ,
मैं ने जना है राम , कृष्ण ,बुद्ध
मैं ने जना है गाँधी ,हेडगेवार ,माधव को
मैंने देखा रावन ,कंस, भस्मा सुर
बाबर , अकबर , गजनी गोरी को
आज भी देखती हूँ राम दल को
कृष्ण के गोप सखा भी ,
थोरे से बाबरी संस्कृति के वाहक भी
मेरी गोदी में पलते है
हर रोज चिर हरण करता दुर्योधन भी पलता है ।
थक जायेगे ये अत्याचारी
पर पाण्डवा को बनवास तो सहना होगा ।

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