dinsdag 26 oktober 2010

अरुधंति गिलानी मानवता विरोधी

अरुधंति , तथा गिलानी दोनों मानवता के विरोधी है इनको केवल अपना अहंकार पूरा करना चाहते है । महिल्वो पर अत्याचार अल्प संख्यक हिन्दू के साथ अत्याचार इनको दिखाई नहीं परता है । दोनों को इतिहास भी नहीं पता है कश्मीर का नाम कश्मीर किस लिए है ? श्री नगर क्यों कहा जाता है? इन बातो पर विचा करे दोनों तो समझ जायेगे लेकिन अह में विदेशी पासे की लालच का नशा है सचाई दिखाई नहीं परती है । अरुदंती समझती है अपनी कमनीय काया से जैसे वो पुरस्कार पति है उसी तरह उनकी कमनीय आया देखा कर भारती की जनता उनकी बात भी मान लेगी । भूल जाये वो भारत की जनता बहुत समझती है पेसे केलिए तन मन कलम बेचने वालोको एक दूसरा नाम दिया जाट है भारत में ।

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